Thursday, October 6, 2022

लिखने का जूनून


कलम की स्याही खत्म हो गयी तो,
हम अपने खून से लिखेंगे। 
किताब के पन्ने खत्म हो गए 
तो हम दीवारों पर लिखेंगे। 
यह कविताओं का खेल कभी
खत्म भी हो गया तो,
हम फिर से एक मुशायरा रखेंगे। 
पर सदा ही, हमेशा, हम लिखते रहेंगे।




Image from:

No comments:

Post a Comment

Things I learned this year from people I love

Hello Everyone.  2022 was a year full of life lessons. It taught us that people will leave, everything will change, and we just need to acce...